बीवी की सहेली पे दिल आ गया-2
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना कहानी का बहुत पुराना लेखक हूँ.
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना कहानी का बहुत पुराना लेखक हूँ.
मेरी बीवी की सहेली सुंदर सेक्सी नहीं थी पर वो मुझ पर मरती थी. मैंने भी सोचा कि साली अगर चूत दे रही है तो मार लो. एक दिन मैं उसके घर चला गया. वहां पर क्या हुआ?
मैं बहुत गर्म औरत हूँ. मुझे पहले से चुदाई की आदत पड़ गयी थी. लंड के बिना मेरा गुजारा नहीं था. लेकिन शादी के बाद मेरे पति के लंड ने मुझे तनिक भी मजा नहीं दिया.
मेरी सलहज मुझसे अपनी गर्म चूत की चुदाई करवा चुकी थी. मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में ही छोड़ दिया था. उससे वो गर्भवती हो गयी. इस परेशानी से हम कैसे निकले?
मैंने कई साल बाद अपनी साली को देखा तो साली की चूत चोदने के अरमान फिर जाग गए. साली की चुदाई का जो सपना मैंने देखा था उसको पूरा करने का मौक़ा मुझे कैसे मिला.
बीवी की सहेली की देसी सेक्स स्टोरी में पढ़े कि कैसे उसने मुझे रिझा कर अपनी चूत मारने के लिए मुझे उकसाया. मैंने उसे अपने घर लाकर कैसे उसकी चूत चुदाई की?
एक रात मेरी साली का पति हमारे यहाँ रुका था. वो दूसरे कमरे में सो रहा था तो मैं अपनी बीवी की चूत चुदाई करने लगा. तभी मैंने देखा कि वो हम दोनों को खिड़की से देख रहा है.
मेरी मौसी जवानी में ही विधवा हो गयी थी. उनका कोई नहीं था तो मेरे मम्मी पापा ने उन्हें हमारे घर में ही रख लिया था. एक रात मैंने मौसी को पापा के कमरे में देखा तो …
दोस्तो, आप मुझे जानते ही होंगे, मैं अन्तर्वासना का पुराना लेखक हूँ. मैंने करीब 200 कहानियां अन्तर्वासना पर लिखी हैं. आज आपको मैं इस नयी साईट पर अपने एक पाठक की भेजी हुई कहानी बताने जा रहा हूँ। इन पाठक महोदय ने अपने अंदाज़ में कहानी लिख कर भेजी थी, मगर मैंने उसे सिर्फ उनसे पूछ पूछ कर इस कहानी को थोड़ा और रोचक बनाया है.
मैं अपने मामा के घर रहता था. मेरे मौसा भी पास ही रहते थे. एक दिन मामा बाहर गए हुए थे तो शाम को मौसाजी मामा के घर आए. जीजा ने साली को चोदा रात में.
एक बार मेरी बीवी की सहेली हमारे घर आयी. बहुत मस्त माल थी वो … मैं सोच रहा था कि इसकी चूत मिल जाए तो … मुझे उस सेक्सी माल की चूत मिली भी! कैसे? पढ़ें इस कहानी में!
दोस्तो, आप मुझे जानते ही होंगे, मैं अन्तर्वासना का पुराना लेखक हूँ. मैंने करीब 200 कहानियां अन्तर्वासना पर लिखी हैं. आज आपको मैं इस नयी साईट पर अपने एक पाठक की भेजी हुई कहानी बताने जा रहा हूँ। इन पाठक महोदय ने अपने अंदाज़ में कहानी लिख कर भेजी थी, मगर मैंने उसे सिर्फ उनसे पूछ पूछ कर इस कहानी को थोड़ा और रोचक बनाया है.